शनिवार, 27 अप्रैल 2013

GLYCEMIC HEALTH

                                               

NEEM CAPSULES



                 WHAT  IS NEEM ?                        NEEM or Azadirachta Indica is a tree in the mahogany family.Meliaceae in East Africa  it is also known as  Muarubaini (Swahili) ,which means tree of the 40,as it’s said to treat 40 different diseases.  In India,   the tree is Variously   known as “Divine Tree”,
“Heal All”,
“Nature’s  Drugstore”, or   “Sarvaroghari” for all diseases. In   Arabic it’s called Neeb.
Products made from NEEM have proven medicinal properties being anthlemintic
anti-diabatic, anti-becterial, anti-fungal,& anti-viral as well as being a blood-purifier.It’s considered a major component in ayurvedic medicine and is  particularly prescribed for skin disease.
                 NEEM oil   is anti-fungal &  insecticidal in nature. In India ,it has been used in traditional skin infaction and allergies. NEEM flowers  are used in Indian cooking as they improve digestion while the oil extracted from them is wildely used in aromatherapy  for
It’s relaxing & claming effects.
        Aqueous  extracts of NEEM leaves have demonstrated significant anti-diabetic potential.
Traditionally , tooth cleaning  was done by chewing of slender NEEM branches. NEEM leaf past is applied to the skin treatment.                       
                     नीमकैप्सूल-

                                   
यह निम्बौली से तैयार किया गया  शाफ्टजैल है, जो एंटीफंगल एंटीवेक्टीरीयल के    गुणों से भरपूर है।

नीम त्वचा के रक्त विकार को दूर कर त्वचा को चमकीला बनाता है, त्वचा रोगों के लिए यह एक उपयुक्त औषधी  है। 
 इसके अलावा बवासीर,पथरी,किडनी की बिमारी सफेद                               दाग,पेट  के कीडों की सफाई करता है।

 बालों की रूसी  जुओं से छुटकारा पाने में सहायक है,यह खुन में 
शुगर की मात्रा को कम करके डायबीटीज के रोगियो को आराम पहुंचाता है।                            
    
        






 स्टीविया क्या है ?
सूरजमुखी फैमिली स्टीविया रेबॉडियना दक्षिण अमेरिका मूल का स्वीट लीफ, शुगरलीफ या सरल रूप में स्टीविया  के नाम से जाना जाता है, जो कि एकमात्र प्राकृतिक स्वीटनर है। स्वीटनर और चीनी के बदले में उपयोग होने वाला  स्टेवीा का स्वाद धीरे धीरे शुरू होता है,और चीनी के मुकाबले बहुत  देर तक बना रहता है स्टीविया एकमात्र प्राकृतिक स्वीटनर है जिसका कोई दुष्प्रवव नहीं है ।
 आमतौर पर स्टीविया  अर्क  चिनी के मुकाबले ३०० गुना  अधिक मीठा होता है, और चीनी के लिए बहुत काम कैलोरी वाले पदार्थ के रूप में जाना जाता है।   इसके बारे में  माना जाता है, कि यह भोजन से कैलोरीज को कम करता है, जो इसे कैलोरी के प्रति सजग रहने वाले लोगों के लिए और मधुमेह के रोगियों के लिए उपयोगी बनता  है ।
स्टीविया में मौजूद रेबउडिया  के फायदे :- स्टीविया में मौजूद रेबउडिया  चीनी का १०० प्रतिशत कुदरती विकल्प है । अन्य  कृत्रिम स्वीटनरों से अलग यह खाने  के बाद  कड़वा स्वाद  नहीं देता । स्टीविया के अर्क में मौजूद एल्केलाइसड्स मधुमेह रोगियों और अपने वज़न के  प्रति  सजग रहने वाले  लोगों के लिए लाभदायक है ।

उपयोग  हेतु  सुझाव :- चीनी के स्थान पर इसका इस्तेमाल  किया जा सकता है, इसकी एक गोली चीनी के एक छोटे चम्मच के बराबर होती है ।

वेस्टिज स्टीविया को अन्य स्टीविया अर्क  से ज्यादा पसंद किया जाता है , क्योंकि इसे खाने के बाद मुँह में कड़वे स्वाद का अहसास नहीं होता ।

सलाह :-वेस्टिज स्टीविया टेबलेट  एक पोषण सप्प्लीमेंट न कि कोई औषधि ,यह प्रोडक्ट किसी बीमारी का उपचार या निदान से 

सम्बंधित नहीं है । 
👏


चीनी एक जहर है जो अनेक रोगों का कारण है, जानिये कैसे...

(1) चीनी बनाने की प्रक्रिया में गंधक का सबसे अधिक प्रयोग होता है । 

  गंधक माने पटाखों का मसाला ।

(2) गंधक अत्यंत कठोर धातु है जो शरीर मेँ चला तो जाता है परंतु  

  बाहर नहीँ निकलता ।


(3) चीनी कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाती है जिसके कारण हृदयघात या हार्ट अटैक

   आता है ।


(4) चीनी शरीर के वजन को अनियन्त्रित कर देती है जिसके कारण

  मोटापा होता है ।


(5) चीनी रक्तचाप या ब्लड प्रैशर को बढ़ाती है ।


(6) चीनी ब्रेन अटैक का एक प्रमुख कारण है ।


(7)  चीनी की मिठास को आधुनिक चिकित्सा मेँ सूक्रोज़ कहते हैँ जो

इंसान और जानवर दोनो पचा नहीँ पाते ।


(8) चीनी बनाने की प्रक्रिया मेँ तेइस हानिकारक रसायनोँ का प्रयोग

किया जाता है ।


(9) चीनी डाइबिटीज़ का एक प्रमुख कारण है ।


(10) चीनी पेट की जलन का एक प्रमुख कारण है ।


(11)-- चीनी शरीर मे ट्राइ ग्लिसराइड को बढ़ाती है ।


(12)-- चीनी पेरेलिसिस अटैक या लकवा होने का एक प्रमुख कारण है।


(13) चीनी बनाने की सबसे पहली मिल अंग्रेजो ने 1868 मेँ लगाई थी ।

उसके पहले भारतवासी शुद्ध देशी गुड़ खाते थे और कभी बीमार नहीँ

पड़ते थे ।


(14) कृपया जितना हो सके, चीनी से गुड़ पे आएँ ।

 स्टीविया क्या है ?
सूरजमुखी फैमिली स्टीविया रेबॉडियना दक्षिण अमेरिका मूल का स्वीट लीफ, शुगरलीफ या सरल रूप में स्टीविया  के नाम से जाना जाता है, जो कि एकमात्र प्राकृतिक स्वीटनर है। स्वीटनर और चीनी के बदले में उपयोग होने वाला  स्टेवीा का स्वाद धीरे धीरे शुरू होता है,और चीनी के मुकाबले बहुत  देर तक बना रहता है स्टीविया एकमात्र प्राकृतिक स्वीटनर है जिसका कोई दुष्प्रवव नहीं है ।
 आमतौर पर स्टीविया  अर्क  चिनी के मुकाबले ३०० गुना  अधिक मीठा होता है, और चीनी के लिए बहुत काम कैलोरी वाले पदार्थ के रूप में जाना जाता है।   इसके बारे में  माना जाता है, कि यह भोजन से कैलोरीज को कम करता है, जो इसे कैलोरी के प्रति सजग रहने वाले लोगों के लिए और मधुमेह के रोगियों के लिए उपयोगी बनता  है ।
स्टीविया में मौजूद रेबउडिया  के फायदे :- स्टीविया में मौजूद रेबउडिया  चीनी का १०० प्रतिशत कुदरती विकल्प है । अन्य  कृत्रिम स्वीटनरों से अलग यह खाने  के बाद  कड़वा स्वाद  नहीं देता । स्टीविया के अर्क में मौजूद एल्केलाइसड्स मधुमेह रोगियों और अपने वज़न के  प्रति  सजग रहने वाले  लोगों के लिए लाभदायक है ।

उपयोग  हेतु  सुझाव :- चीनी के स्थान पर इसका इस्तेमाल  किया जा सकता है, इसकी एक गोली चीनी के एक छोटे चम्मच के बराबर होती है ।

वेस्टिज स्टीविया को अन्य स्टीविया अर्क  से ज्यादा पसंद किया जाता है , क्योंकि इसे खाने के बाद मुँह में कड़वे स्वाद का अहसास नहीं होता ।

सलाह :-वेस्टिज स्टीविया टेबलेट  एक पोषण सप्प्लीमेंट न कि कोई औषधि ,यह प्रोडक्ट किसी बीमारी का उपचार या निदान से 

सम्बंधित नहीं है । 
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चीनी एक जहर है जो अनेक रोगों का कारण है, जानिये कैसे...

(1) चीनी बनाने की प्रक्रिया में गंधक का सबसे अधिक प्रयोग होता है । 

  गंधक माने पटाखों का मसाला ।

(2) गंधक अत्यंत कठोर धातु है जो शरीर मेँ चला तो जाता है परंतु  

  बाहर नहीँ निकलता ।


(3) चीनी कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाती है जिसके कारण हृदयघात या हार्ट अटैक

   आता है ।


(4) चीनी शरीर के वजन को अनियन्त्रित कर देती है जिसके कारण

  मोटापा होता है ।


(5) चीनी रक्तचाप या ब्लड प्रैशर को बढ़ाती है ।


(6) चीनी ब्रेन अटैक का एक प्रमुख कारण है ।


(7)  चीनी की मिठास को आधुनिक चिकित्सा मेँ सूक्रोज़ कहते हैँ जो

इंसान और जानवर दोनो पचा नहीँ पाते ।


(8) चीनी बनाने की प्रक्रिया मेँ तेइस हानिकारक रसायनोँ का प्रयोग

किया जाता है ।


(9) चीनी डाइबिटीज़ का एक प्रमुख कारण है ।


(10) चीनी पेट की जलन का एक प्रमुख कारण है ।


(11)-- चीनी शरीर मे ट्राइ ग्लिसराइड को बढ़ाती है ।


(12)-- चीनी पेरेलिसिस अटैक या लकवा होने का एक प्रमुख कारण है।


(13) चीनी बनाने की सबसे पहली मिल अंग्रेजो ने 1868 मेँ लगाई थी ।

उसके पहले भारतवासी शुद्ध देशी गुड़ खाते थे और कभी बीमार नहीँ

पड़ते थे ।


(14) कृपया जितना हो सके, चीनी से गुड़ पे आएँ ।





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